श्लोक
जव राक्षसी वृत्ती बळावे गर्जूनी भूमिवरी |
तव दे निसर्गा चलना त्या दैवीशक्ति श्रीहरि ||
तुकड्या म्हणे परिवर्तना गुरुदेव तैसा जाहला |
गुरुदेव सेवामंडळा हा जन्म भारती लाभला ||
श्लोक
जव राक्षसी वृत्ती बळावे गर्जूनी भूमिवरी |
तव दे निसर्गा चलना त्या दैवीशक्ति श्रीहरि ||
तुकड्या म्हणे परिवर्तना गुरुदेव तैसा जाहला |
गुरुदेव सेवामंडळा हा जन्म भारती लाभला ||